CG News: शिक्षकों की कमी की शिकायत लेकर महासमुंद के बच्चे मुख्यमंत्री निवास रायपुर पहुंच गए। जहां उन्होंने मुख्यमंत्री निवास के गेट पर ही अपनी सारी कापी किताबें और बैग रख दी। सीएम हाउस पहुंचे बच्चों का कहना है कि वे पढ़ना चाहते हैं, लेकिन उनके टीचर नहीं मिल रहे हैं। ये छात्र महासमुंद जिले के शिवपुर ब्लाक के अमलोर हाईस्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं। सरकार की ओर से आश्वासन दिए जाने के बाद बच्चे महासमुंद वापस लौट गए। जिस विद्यालय में छात्र पढ़ते हैं, वहां सिर्फ एक ही शिक्षक कार्यरत है। सभी कक्षाओं की जिम्मेदारी एक ही शिक्षक पर होने के कारण छात्रों की ना तो नियमित कक्षाएं लग पाती हैं और ना ही उनका सिलेबस ही पूर्ण हो पाता है। इसके अलावा स्कूल में बच्चों के बैठने और पेयजल की भी व्यवस्था नहीं है।
दो कक्षाओं के बच्चे एक कक्ष में
स्टाफ ना होने के कारण दो कक्षाओं के बच्चों को एक कक्ष में बैठाया जा रहा है। पूरा स्कूल एक शिक्षामित्र के सहारे ही चल रहा है। छात्रों के मुताबिक, उन्होंने इसकी शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी और कलेक्टर से की है। उनके द्वारा कई बार शिक्षा मंत्री को खत भी लिखा गया है। इसके बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। नए सत्र में भी उन्हें पुरानी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस कारण अंतत: उन्हें रायपुर आकर विरोध-प्रदर्शन करना पड़ा।
यह मुख्यमंत्री आवास के दरवाजे पर पड़े बस्ते और किताबें इस बात का प्रमाण है कि छत्तीसगढ़ में शिक्षा ऐसे ही कांग्रेसी कुशासन के दरवाजे पर लाचार पड़ी है।
— Dr Raman Singh (@drramansingh) July 10, 2023
पहले दाऊ @bhupeshbaghel इन बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करेंगे, फिर इनसे गोबर उठवायेंगे और आखिरी में बेरोजगारी भत्ते का लालच देकर… pic.twitter.com/y3ES4a0aKp
पूर्व सीएम ने शेयर किया वीडियो
इस घटनाक्रम का वीडियो पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा- ‘मुख्यमंत्री आवास के दरवाजे पर पड़े बस्ते और किताबें। इस बात का प्रमाण है कि छत्तीसगढ़ में शिक्षा ऐसे ही कांग्रेसी कुशासन के दरवाजे पर लाचार पड़ी है। पहले दाऊ इन बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करेंगे, फिर इनसे गोबर उठवाएंगे। इसके बाद बेरोजगारी भत्ते का लालच देकर प्रदेश को अशिक्षा के अंधकार में धकेल देंगे।