CG News: रायगढ़ का पड़ोसी जिला जशपुर में गजराजों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाथी और मानव द्वंद में लगातार लोगों की जानें जा रही है। एक बार फिर बगीचा नगर पंचायत के गम्हरिया वार्ड क्रमांक 9 में एक हाथी ने चार लोगों को रौंद डाला है। घटना बीती रात की है। मरने वालों में एक ही परिवार के तीन सदस्य और एक पड़ोसी शामिल है। हाथी ने सड़क किनारे बने एक घर पर हमला कर पिता, बेटी और चाचा को कुचलकर मार डाला है। घटना के बाद गांव में मातम पसरा है, तो वहीं लोगों में भय का माहौल बना हुआ है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि हाथी ने सबसे पहले पिता और बेटी पर हमला किया। उनकी चीखें सुनकर चाचा को पता चला कि वे दोनों लड़ रहे हैं और बीच-बचाव करने के लिए दौड़े। दुर्भाग्य से, हाथी ने उन पर भी हमला कर दिया। शोर सुनकर मदद के लिए बाहर आया पड़ोस का एक युवक भी हाथी का शिकार हो गया।
बिजली कटौती के कारण हाथियों के बार-बार हमले
इस घटना के मृतकों की पहचान रामेश्वर सोनी (35), उनकी बेटी रविता सोनी (9), उनके भाई अजय सोनी (25) और पड़ोसी अश्विन कुजूर (28) के रूप में हुई है। चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और प्रत्येक परिवार को 25,000 रुपये की तत्काल मुआवजा राशि दी गई है। घटना के बाद से गांव में मातम पसरा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि हाथी मित्र दल की गाड़ी रात में आई थी, लेकिन इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, हाथी ने हमला कर दिया। उन्होंने बताया कि बार-बार बिजली जाने से हाथियों के हमले बढ़ गए हैं, क्योंकि रात में रोशनी नहीं होती। जशपुर में एक महीने में ही ऐसी घटनाओं में नौ लोगों की मौत हो चुकी है।
हाथियों को दूर ले जाने की योजना
वन अमला मौके पर पहुंच गया है और मृतक के परिजनों को तत्काल सहायता प्रदान कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस हाथी को इंसानी बस्ती से कहीं दूर बसाने की योजना बनाई जा रही है क्योंकि यह पहले भी कई घरों को तोड़ चुका है। सरकार के आदेश के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। बहरहाल गुरुवार को भी कोरबा जिले में एक और दुखद घटना में एक हाथी ने 24 घंटे के भीतर तीन महिलाओं को कुचलकर मार डाला था।