Tamnar News: घरघोड़ा-तमनार मार्ग पर प्रतिबंधित भारी वाहनों कि रेलम पेल बदस्तूर जारी है। एक ओर पुलिस प्रशासन भारी वाहनों पर कार्यवाही करने के बात कहती है, तो दूसरी ओर ग्रामीणों को स्वयं सड़क बचाने सड़क पर उतरना पड़ रहा है। सड़क पर होती दुर्घटनाओं को देखते हुए ग्रामीण खुद सड़कों पर आकर गाड़ियों को रोक रहे हैं, और वैद्य मार्ग को बतला कर चालकों को उनके गंतव्य स्थान की ओर भेज रहे हैं। कुछ दिनों पूर्व देवगढ़ के ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर सड़क को बचाने की मांग की थी। जिसके बाद अब उसी सड़क से होकर कोर्ट जाने वाले अधिवक्ताओं ने भी एसडीएम को ज्ञापन सौंपा कर उक्त सड़क पर चल रहे भारी वाहन पर रोक लगाए जाने का आग्रह किया है। अब देखने वाली बात यह होगी कि कानून के रखवाले सड़क को बचा पाते हैं या यूं ही गाड़ियों की रेलमपेल बनी रहेगी।
कोयला लोड डंपर चल रहे धड़ल्ले से
तहसील अधिवक्ता संघ घरघोड़ा की ओर से एसडीएम को दिए गए ज्ञापन में बताया गया है कि घरघोड़ा से तमनार मार्ग आम जनता की सुविधा के लिए एवं हल्के चार पहिया वाहनों के लिए बनाया गया है, किंतु विगत कई दिनों से देखा जा रहा है कि उक्त मार्ग पर 18 चक्का एवं 20 चक्का डंपर कोयला लोड कर धड़ल्ले से चल रहे हैं। जिससे सड़क को जल्दी छतिग्रस्त होने की आशंका है। इसके अतिरिक्त उक्त मार्ग पर भारी वाहन चलने से दुर्घटना की भी संभावना बढ़ गई है,जिसके कारण आम जानमाल की क्षति होने की प्रबल आशंका है। अधिवक्ताओं का कहना है कि तमनार क्षेत्र के सैकड़ों लोग इसी मार्ग से कोर्ट घरघोड़ा आना-जाना करते हैं, जिन को परेशानी होती है और दुर्घटनाओं का साया मंडराता रहता है। अधिवक्ताओं ने भारी वाहन को चलाएमान होने से रोक लगाए जाने की मांग करते हुए रोक न लगने की स्थिति में यदि किसी प्रकार की जनधन की हानि होती है तो उसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन प्रशासन की होने की बात कही है।
क्या कहते हैं अधिवक्ता
घरघोड़ा-तमनार सड़क आम जनता के लिए है,भारी वाहनों के लिए नहीं ! कोर्ट जाने के लिए तमनार वासियों के लिए एकमात्र सड़क है। जिससे होकर प्रतिदिन सैकड़ों लोग कोर्ट जाते हैं, जिस पर भारी वाहन चलने की वजह से दुर्घटनाओं की प्रबल आशंका बनी रहती है। अगर इस पर कार्यवाही नहीं होती है तो हम आगे कार्रवाई करेंगे।
कैलाश गुप्ता, अध्यक्ष,तहसील अधिवक्ता संघ घरघोड़ा
