Raigarh News: पानी की समस्या को लेकर शहर में एक बार फिर आक्रोश फूट पड़ा है। निगम कार्यालय घेराव के बाद अब पानी की किल्लत से जूझ रहे शहरवासी सड़क पर उतर आए है। मिनीमाता चौक पर शहरवासी चक्कजाम कर सड़क पर बैठ गए हैं। पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर मोर्चा संभालने में जुटी हुई हैं। रायगढ़ विधायक, शहर सरकार,महापौर के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए जा रहे हैं।

खाली बाल्टी और मटका लेकर प्रदर्शन
पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिलने की वजह से शहरवासियों में गुस्सा है। पानी की समस्या को लेकर पूर्व में निगम कार्यालय का घेराव किया जा चुका है, लेकिन शहरवासियों का कहना है कि अभी तक उनकी समस्या पर कोई सुनवाई नहीं हुई है। पानी की समस्या को लेकर शहर सरकार गंभीर दिखाई नहीं दिख रही है। आज सुबह से शहरवासी खाली बाल्टी और मटका लेकर सड़क पर चक्का जाम कर दिया है।

नही चाहिए आश्वासन- शहरवासी
पानी की समस्या झेल रहे शहर वासियों का कहना है कि उन्हें आश्वासन नहीं चाहिए, सुबह और शाम अमृत मिशन के तहत दो 2 घंटे पानी चाहिए। शहरवासियों ने कहा कि निगम कार्यालय घेराव के दौरान उन्हें केवल आश्वासन मिला था, लेकिन आश्वासन पर आज तक अमल नहीं हो पाया है। आज भी पानी की समस्या बनी हुई है। बून्द-बून्द पानी को तरस रहे हैं। विगत 3 दिनों से उनके घरों में पानी नहीं पहुंच रहा है।
धरना स्थल पहुंचने लगे विपक्षी नेता
मिनीमाता चौक पर प्रदर्शन कर रहे शहरवासियों के बीच अब विपक्षी नेता भी भी पहुंचने लगे हैं। वार्ड पार्षदों के अलावा भाजपा प्रमुख विजय अग्रवाल भी धरना प्रदर्शन कर रहे शहरवासियों के बीच पहुंचे हैं। धीरे-धीरे हुजूम इकट्ठा होता जा रहा है। गर्माते माहौल को देख पुलिस भी भारी मात्रा में तैनात है।

समझाइश का दौर जारी
मिनीमाता चौक पर प्रदर्शन कर रहे शहरवासियों और प्रशासन के बीच समझाइस का दौर चल रहा है। बीच-बीच में प्रशासनिक टीम प्रदर्शनकारियों के सामने आकर उनकी समस्या का निदान करने की बात कह रही है, लेकिन प्रदर्शनकारी भी अपनी जिद पर अड़े हुए हैं। उनका कहना है कि उन्हें आश्वासन नहीं चाहिए,बल्कि सुबह- शाम से 2 घंटे पानी उनके घरों में चाहिए।
बोरवेल निकालने से बढ़ी पानी की परेशानी
हर समय हर घर पानी पहुंचाने के लिए बनाई गई अमृत मिशन योजना शहर में फ्लॉप है। 24 घंटे पानी हर घरों तक पहुंचाने की बात कह कर अमृत मिशन के तहत नई सड़कों को खोद-खोद कर पाइपलाइन बिछाई गई है। लेकिन आज पर्यंत तक 1-2 वार्डो को छोड़ दिया जाए तो सभी वार्डों में अमृत मिशन का अमृत नहीं मिल पा रहा है। अमृत मिशन योजना को विश योजना कहा जाए तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। क्योंकि अमृत मिशन के तहत पाइपलाइन बिछने के बाद शहर के कई जगहों से बोरवेल निकाल दिए गए हैं,तो वहीं कई जगहों पर बोरवेल मरम्मत के अभाव में बिगड़ा पड़ा हुआ है। जिससे पानी आपूर्ति नहीं हो पा रही है।