Raigarh News: जिले में सड़क हादसों का सिलसिला बदस्तूर जारी है। औद्योगिक क्षेत्र तमनार से बीती रात फिर एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। अनियंत्रित टेलर के पेड़ में टकरा जाने से हेल्पर की मौत हो गई है। घटना शुक्रवार रात करीबन 10:30 बजे लिबरा गांव में हुई है। घटना के बाद पुलिस ने आगे की जांच शुरू कर दी है।

मिली जानकारी के अनुसार, तमनार क्षेत्र के डोंगामहुआ कोयला खदान से लगे लिबरा गांव में यह घटना घटित हुई है। गाड़ी की रफ्तार इतनी तेज थी की टक्कर के बाद ट्रेलर चालक और हेल्पर गाड़ी की केबिन में चिपक गए थे। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची 112 और पुलिस की टीम ने काफी मशक्कत के बाद घायल चालक और हेल्पर को केबिन से निकाली। ग्रामीणों के अनुसार हेल्पर की मौके पर ही मौत हो गई थी, वहीं ट्रेलर चालक गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसे पुलिस ने अस्पताल भेजवाया।

तमनार थाना प्रभारी आशीर्वाद रहटगांवकर ने मृतक हेल्पर का नाम चंदन यादव पिता हरिहर यादव उम्र 27 साल निवासी हेनहे थाना छतरपुर जिला पलामू झारखंड और घायल चालक का नाम
संतोष कुमार पिता सुरेश यादव उमर 25 साल निवासी हेनहे थाना छतरपुर जिला पलामू झारखंड होना बताया है। बेहतर उपचार हेतु घायल चालक को मेट्रो हॉस्पिटल रायगढ़ रिफर किया गया है।
नशा और नौसिखिए चालकों के हाथों में स्टेरिंग बन रहा है हादसों की वजह
सड़क हादसे के अधिकतर मामलों में देखा जाता है कि हादसे की वजह नशा और लापरवाही बनती है। हैवी वाहन चालक अक्सर नशे में रहकर फ़र्राटे भर रहे हैं, और यही नशा जब अधिक हो जा रहा है तो नाश का कारण बन रहा है। रात होते ही अधिकतर वाहन चालक शराब का सेवन कर गाड़ियां चल रहे हैं, जिस वजह से हादसे में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जिस पर पुलिस और प्रशासन अंकुश लगा सकती हैं। कुछ दिनों पहले सघन जांच अभियान चलाकर शराब सेवन कर वाहन चलाने वाले चालकों पर कार्यवाही भी हुई थी, लेकिन पुछल्ले कार्यवाही के कारण स्थिति जस की तस बनी हुई है।
वाहन मालिक भी हादसे का जवाबदार
अपरिपक्व और बिना लाइसेंस के भी हैवी वाहन चलाते चालक आपको जरूर दिख जाएंगे, बल्कि अधिकतर चालकों के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं होने की बात कही जाए तो इस पर कोई अति संयोक्ति नहीं होगी। जिसका जवाबदार वाहन मालिक भी हैं। अगर चंद पैसों को नजर अंदाज कर वाहन स्वामी अपनी जिम्मेदारी परिपक्वता पूर्ण ढंग से निभाएं तो यह घटनाएं कुछ हद तक जरूर कम हो जाएगी। बिना ड्राइविंग लाइसेंस के अगर वाहन मालिक किसी चालक को गाड़ी की चाबी ना दें तो घटनाएं कुछ हद तक थम जाएगी।