Raigarh News: जिले के तमनार क्षेत्र में स्थित हिंडाल्को कंपनी के खिलाफ ग्रामीणों की हड़ताल का आज आठवां दिन था। जो देर शाम समाप्त हो गई है, तहसीलदार और थाना प्रभारी ने आंदोलनरत प्रार्थी को समझा बूझकर हड़ताल खत्म करने को कहा। इसके बाद हड़ताल कर रहे लोगों ने हड़ताल समाप्त कर दिया। बता दें की, कल अनुविभागीय अधिकारी ( राजस्व) घरघोड़ा कार्यालय से मुआवजे की मांग को लेकर आर्थिक नाकेबंदी करने वाले कोडकेल निवासी तीर्थानंद पटेल को चक्का जाम और आर्थिक नाकेबंदे की जगह को खाली करने का आदेश जारी हुआ था। प्रशासन ने तत्काल हड़ताल स्थल खाली नहीं करने पर नियमानुसार बल प्रयोग कर हड़ताल कर रहे लोगों पर कार्यवाही करने की बात पत्र के माध्यम से कही है।

एक लाख आठ सौ अस्सी रु दिया मुआवजा
एसडीएम कार्यालय से जारी किए गए पत्र में बतलाया गया है कि बनखेता स्थित खपरैलनुमा कच्चा मकान लंबाई चौड़ाई 20×4 वर्ग मीटर का लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रस्तुत मूल्यांकन प्रतिवेदन के आधार पर 1 लाख 880 रु आवंटिती कंपनी से प्राप्त किया गया है। जिसे तीर्थानंद पटेल के खाते में ट्रांसफर कर दिया गया है। मुआवजा दिए जाने के बाद हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड मिलुपारा माइंस के अंदर किये गए चक्का जाम आर्थिक नाकाबंदी को तत्काल बंद करने का आदेश दिया गया।

39,15,900 रु का मुआवजा, 1,00,880 रु पर आ गया
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व घरघोड़ा कार्यालय से 8 फरवरी 2022 को एक आदेश पत्र हिंडालको कंपनी के नाम पर जारी हुआ था। जिसमें मूल्यांकन रिपोर्ट के आधार पर ग्राम कोडकेल स्थित सरफेस राइट के तहत अधिग्रहित भूमि में स्थित मकान 190×90 वर्ग फिट कुल 17100 वर्ग फीट का कुल मुआवजा राशि 39 लाख 15900 रु तीर्थानँद पटेल को प्रदान करने के बाद कंपनी द्वारा की गई कार्यवाही से SDM कार्यालय घरघोड़ा को अवगत कराने को कहा गया था। लेकिन 15 जनवरी को एसडीएम कार्यालय से जारी हुए आदेश की कॉपी में प्रार्थी को तोड़े गए मकान की मुआवजा राशि 1 लाख आठ सौ अस्सी रु ही दिया गया है।


क्या कहते हैं पीड़ित
कंपनी द्वारा जो राशि अकाउंट में डालने की बात कही गई है, उस राशि को मैं नहीं लूंगा, बैंक में जाकर कंपनी द्वारा दी गई राशि को वापस कर दूंगा। धरना स्थल पर आई तहसीलदार ने बताया कि मकान मूल्यांकन की दूसरी रिपोर्ट बनी है, जिसके आधार पर 1 लाख 880 रुपए मुआवजा राशि दी गई है। लेकिन मुझे दूसरी मूल्यांकन रिपोर्ट के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों और मुख्यमंत्री से पुनः करूंगा। दोषियों के खिलाफ न्यायिक जांच की मांग करते हुए उच्च न्यायालय की शरण में जाऊंगा।
तीर्थानँद पटेल, प्रार्थी
क्या कहते है SDM
मुआवजा देने के बाद हड़ताल पर बैठे लोग उठ गए। 1 लाख 880 रुपए मुआवजा दिया गया है। 39,15,900 रु का मुआवजा के के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि 2022 में एसडीएम साहब से दोबारा लेटर जारी हुआ था। जिसमें मुआवजे के तौर पर 1 लाख 880 रुपए दिए जाना था।
रमेश कुमार मोर,SDM घरघोड़ा
संबंधित खबरें..











One Comment