Raigarh News: रक्षाबंधन की रात पुसौर क्षेत्र की महिला के साथ हुई गैंगरेप की वारदात ने जिले सहित समूचे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। घटना के बाद लोगों में आक्रोश व्याप्त है । लोगों के जुबानों पर आरोपियों को तत्काल पकड़कर कठोर सजा देने की बातें कहीं जा रही है। इसी बीच आज पीड़ित परिवार से मिलने पूर्व मंत्री और खरसिया विधायक उमेश पटेल और रायगढ़ के पूर्व विधायक प्रकाश नायक पहुंचे। जहां उन्होंने पीड़ित परिवार से मिलकर उनका हाल चाल जाना और प्रशासन से तत्काल आरोपियों की धर पकड़ कर उचित कार्रवाई करने की मांग की है।
रेप पर शुरू हुई राजनीति
कांग्रेसियों के पीड़ित परिजनों से मिलने के पहले वित्त मंत्री और रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाई। जहां उन्होंने पीड़ित परिजनों की पहचान सार्वजनिक न करने की बात कही, साथ ही उन्होंने अपील की पीड़ित परिजनों से कोई मिलने ना जाए। वहीं दूसरी और परिजनों से मिलने पहुंचे खरसिया विधायक उमेश पटेल ने पत्रकार के सवाल पर जवाब देते हुए कहा है कि जब तक कोई किसी पीड़ित परिवार से मिलेगा नहीं तो उनके दर्द, पीड़ा और मन की बातों को कैसे जान पायेगा।
लॉ एंड ऑर्डर पर उमेश पटेल ने उठाये सवाल
खरसिया विधायक उमेश पटेल ने पुसोर क्षेत्र में महिला के साथ हुई दरिंदगी की घटना को एक बड़ी घटना बताई है। उन्होंने विष्णु देव सरकार के लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठाते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ में जिस प्रकार लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति है, उसका असर रायगढ़ में भी देखने को मिल गया है। उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा है कि पीड़ित परिवार के द्वारा जो लिखित आवेदन दिया गया है, जिसमें उन्होंने 12 से 14 लोगों के द्वारा वारदात को अंजाम देने की बात कही है। लेकिन पुलिस ने केवल अभी तक सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिस पर उन्होंने कहा कि जितने भी आरोपी मामले में संलिप्त हैं, उनकी तत्काल गिरफ्तारी हो और उन्हें कठोर से कठोर सजा दी जाए। जिससे समाज में यह मैसेज जाए कि गलत काम करने वाले कभी बच नही सकता, और किसी से भी कोई सहयोग न दिया जाए।
प्रदेश समेत रायगढ़ में कानून व्यवस्था ध्वस्त: उमेश पटेल
पुसौर सामुहिक दुष्कर्म मामले में पूर्व मंत्री व खरसिया विधायक उमेश पटेल, कांग्रेस पार्टी की ओर से फिलहाल लीडिंग फ्रॉम द फ्रंट नजर आ रहे हैं। उमेश के ऐसे तेवर देखकर हर कोई स्तब्ध है। पीडि़ता के स्वजनों से मुलाकात के समय उन्होंने घर के दूर से ही सभी कैमरे और मोबाईल को बंद करने का अनुरोध किया ताकि पीडि़ता की निजता बनी रहे। वही स्वजनों से काफी देर तक सभी पहलुओं पर चर्चा की और उनके लिये वे क्या कर सकते है यह पूछा और उसे पूरा करने का आश्वासन दिया। उमेश पटेल ने बताया कि बीते 8 महीनों में रायगढ़ की कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। आये दिन बड़ी वारदातें हो रही है। रायगढ़ में यह घटना बड़ी घटना है। परिवार के लोगों ने जो लिखित में आवेदन दिया है उसमें 12 से 14 लोगों के इस घटना शामिल की बात कही है और सिर्फ सात लोगों की गिरफ्तारी हुई है। मैं पुलिस प्रशासन से कहना चाहूंगा कि जो भी इस घटना में शामिल थे जल्द से जल्द उनको तुरंत सजा मिले ताकि समाज में यह संदेश जाये कि इस तरह की घटना के बाद कोई बच न पाये। यह घटना हम सबको झकझोर देने वाली घटना है और हम सब इस घटना से दुखी है। रायगढ़ में लगातार वारदातें बढ़ी है। यहां के लोग ओडि़सा जाकर गोलीकांड कर रहे हैं और रायगढ़ के लोगों की सर्चिंग तक नहीं हुुई। ऐसे में प्रशासन को सख्त होना पड़ेगा और ऐसी लचर व्यवस्था में गड़बड़ी होगी। पुलिस एक सक्षम इकाई है जिसके बुट की धमक होनी चाहिये इसे कमजोर करने की कोशिश राजनीति दलों द्वारा की जा रही है। पुलिस को इशारे में चलाने का कार्य कर रही है। मुझे लगता है कि पुलिस को बिना दबाव में स्वतंत्र होकर काम करे। पुसौर सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे। उमेश पटेल ने बताया कि पीडि़ता के स्वजनों ने आरोपियों को जल्द सजा दिलाने और सरकार की ओर से सहायता देने की बात कही। मैं अपने स्तर पर इस गरीब परिवार को न्याय और सहायता देने के लिये खड़ा हूँ। पीडि़त परिवार बहुत विचलित है। महिला को लेकर कई अर्नगल बातें हो रही है जो सही नहीं है। पुलिस प्रशासन को इस बात को भी ध्यान में रखना चाहिये। रायगढ़ के लोगों को सुरक्षा देने में पुलिस प्रशासन फेल है। साय सरकार के खिलाफ कांग्रेस कल काली पट्टी बांधकर जुलूस निकालेगी और विरोध प्रदर्शन करेंगे। वहीं ओपी चौधरी के पीडि़त परिवार की निजता और इस मामले में राजनीति नहीं करने पर उमेश पटेल ने कहा कि पीडि़त परिवार से मिलने पर ही उनकी बातें सामने आयेगी। हम उनकी बात को समझने आये है और उनकी पीड़ा को कम करने आये है।
रायगढ़ को सीढ़ी बनाकर इसी से ही विमुख हुए ओपी: प्रकाश
पीड़िता के परिजनों से मुलाकात के दौरान रायगढ़ के पूर्व विधायक प्रकाश नायक भी उमेश पटेल के साथ पहुँचे थे। प्रकाश नायक ने रायगढ़ के वर्तमान विधायक ओपी चौधरी पर गंभीर आरोप लगाये हैं। उनका कहना है कि विधायक से तो मिलना बहुत बड़ी बात है तो उनसे संपर्क करना और भी मुश्किल है। पुसौर सामूहिक दुष्कर्म के तीन दिन तक भाजपा चुप रही और जब उन्हें पता चला चौथे दिन जिस समय पीडि़ता के गांव ढांढस बंधाने जा रही है उसी समय भाजपा ने ओपी चौधरी का प्रेस कॉफ्रेंस किया। ये वहीं ओपी चौधरी है जिनके जन्मदिन पर चकाचौंध व्यवस्था थी और रायगढ़ अंधेरे में डूबा हुआ था। ओपी बाहरी है और उन्हें रायगढ़ की जनता से कोई मतलब नहीं है। जब वे खरसिया से चुनाव में खड़े थे तब कहा था हारु या जीतू खरसिया के साथ हमेशा खड़ा रहूंगा लेकिन वे वहां से भाग गये और रायगढ़ से चुनाव लड़े और रायगढ़ से भी विमुखर हो गये। उन्होंने रायगढ़ को एक सीढ़ी की तरह इस्तेमाल किया। वादा तो बहुत किया पर मूलभूत सुविधाएं भी नहीं दे सके। संजय कॉम्प्लेक्स को लेकर गंभीर नहीं दिख रहे जबकि पैसा और योजना दोनों तैयार है और वे नालंदा परिसर की बात करते हैं। जहां नालंदा परिसर बनेगा वहां 25 से अधिक परिवार तबाह हो जायेंगे मैंने खुद उस जगह को देखा है। सोशल मीडिया में यह बातें आम है कि रायगढ़ में अब दो-दो कलेक्टर हो गये है। ओपी पत्रकारों के भी नहीं है। प्रेस क्लब का भवन और पैसा दोनों ही डूब गया। व्यापारी जीएसटी को लेकर डरे हुए है।
ओपी ने कहा “पीड़ित परिवारजनों को पहचान सार्वजनिक ना हो इसलिए मुलाकात की बजाय दूरभाष पर बनाया लगातार संपर्क“
पुसौर सामुहिक दुष्कर्म के संवेदनशील मामले में स्थानीय विधायक ओपी चौधरी ने घटना संज्ञान में आते ही शुरू से ही पीड़िता की पहचान सार्वजनिक ना हो इस सामाजिक जिम्मेदारी का विशेष ध्यान रखते हुए मामले से जुड़े आरोपियों पर कठोर कार्यवाही सुनिश्चित करवाई। आज जिला भाजपा कार्यालय के सांसद राधेश्याम राठिया की मौजूदगी में मीडिया से अनौपचारिक चर्चा के दौरान ओपी चौधरी ने कहा पीड़ित परिवार की पहचान सार्वजनिक ना हो इसलिए सीधी मुलाकात की बजाए परिवार जनों से दूरभाष में वस्तु स्थिति की जानकारी लेकर निरंतर संपर्क रखा गया। श्री चौधरी ने कहा घटना के 24 घंटे के अंदर मामले की एफ आई आर दर्ज करवाई ताकि आरोपियों पर कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके। एफ आई आर दर्ज करने के 24 घंटे के अंदर सभी सात आरोपियों की पहचान करा कर सात आरोपियों को जेल में दाखिल किया गया वही शेष एक आरोपी के निकटवर्ती राज्य ओडिसा मे मृत पाए जाने की जानकारी सामने आई है। पीड़ित परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करना विष्णु देव साय सरकार की पहली प्राथमिकता में शामिल है, इसलिए पुलिस अधीक्षक को पीड़ित के परिवार जनों की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने के संबंध मे चर्चा कर तत्काल सुरक्षा मुहैया कराई गई। ताकि परिवार जन भय बिना दबाव के भय मुक्त रह सके।जिला प्रशासन के जरिए पीड़िता को चार लाख बारह हजार की सहायता राशि स्वीकृत कराई गई।त्वरित चालान पेश करने हेतु विशेष जांच दल गठित किये जाने जाने की जानकारी देते हुए मंत्री श्री चौधरी ने कहा न्यायालय में त्वरित चालान पेश किए जाने में अनावश्यक विलंब ना हो इसलिए जांच दल गठित किया गया है । मामले की सुनवाई फास्ट टैंक कोर्ट के जरिए करवाए जाने हेतु न्याय पालिका से विशेष निवेदन किया जा रहा है ताकि पीड़ित परिवार जनों को अविलंब न्याय मिल सके। मीडिया से अनौपचारिक चर्चा के दौरान ओपी ने दोहराते हुए कहा इस मामले में सस्ती लोकप्रियता करने की बजाय पीड़ित परिवार जनों की सुरक्षा एवम आरोपियों को दंड दिलाने हेतु समय रहते सार्थक प्रयास किए गए । यही वजह है कि पीड़िता को तत्काल चिकित्सीय सहायता समय पर मिल सकी साथ ही आरोपियों की पहचान करा कर तत्काल एफ आई आर कराई गई जिससे आरोपियों को भागने का मौका नही मिला और वे गिरफ्तार हो गए। रायगढ़ की जनता को भरोसा दिलाते हुए ओपी ने कहा महिलाओ की सुरक्षा सरकार की पहली प्राथमिकता है । आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा।
ओपी ने कहा ऐसे मामलों में ओछी राजनीति की वजह से पीड़िता के परिवार जनों को व्यर्थ की परेशानी से बचाने के लिए मामले से जुड़े सभी तकनीक पहलुओं का ध्यान रखते हुए पहचान सार्वजनिक नही किए जाने का विशेष ध्यान रखा गया। परिवार जनों को सुरक्षा मुहैया कराई गई। पीड़िता को चिकित्सीय सहायता मुहैया कराते हुए आरोपियों के खिलाफ अविलंब एफआईआर के साथ ही बिना देर किए आरोपियों की गिरफ्तारी कराई गई।