Tamnar News: हुंकराडिपा-मिलुपारा की फिसलन भरी सड़क पर चलकर कराह रहे लोगों का गुस्सा आज फिर फुट पड़ा है, गारे के ग्रामीणों ने आज फिर दूसरी बार आर्थिक नाकेबंदी कर दी है। सुबह 10:00 बजे से महिला पुरुष गारे गांव में सड़क जाम कर धरने पर बैठ गए हैं, मामले की जानकारी पर स्थानीय विधायक भी मौके पर पहुंची हैं।
कहा जाय तो अब सड़क की समस्या से जूझ रहे तमनार क्षेत्र के ग्रामीणों को मरम्मत के नाम पर केवल आश्वासन मिल रहा है। जमीनी स्तर पर सड़क मरम्मत के कार्य से अधिकारियों का कोई वास्ता नजर नहीं आ रहा है। क्षेत्र की जर्जर सड़को पर लगातार हो रही छोटी बड़ी दुर्घटनाओं से लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। समय-समय पर ग्रामीणों के द्वारा आर्थिक नाकेबंदी भी की जा रही है। लेकिन उसका भी कोई खास असर देखने को नही मिल रहा, क्योंकि कंपनी प्रबंधन और अधिकारियों के द्वारा वही रटा रटाया जवाब देकर लोगों का प्रदर्शन खत्म कर दिया जा रहा है। लेकिन समस्या आज भी जस के तस बनी हुई है।

चलने लायक नहीं बची सड़क
हुंकराडिपा-मिलुपारा की फिसलन भरी सड़क अब चलने लायक नहीं रह गई है। सड़कों पर घुटने भर के कीचड़ भर गए हैं। स्कूली बच्चों को स्कूल आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है,ड्रेस भी कीचड़ से सरोबोर हो जा रहा है। क्षेत्र के ग्रामीण भी अब इस मार्ग से गुजरना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं।
सड़क की परेशानी से जूझ रहे स्कूली बच्चे भी कर रहे प्रदर्शन
गारे गांव की मुख्य सड़क कीचड़ से लबालब हो गया है। जिससे स्कूली बच्चों को स्कूल आने-जाने में परेशानी हो रही है। जिसका विरोध जताने के लिए स्कूली बच्चे भी पलकों के साथ विरोध प्रदर्शन पर बैठे नजर आए।
खम्हरिया के ग्रामीण भी दो बार कर चुके है चक्काजम
उक्त सड़क की समस्या को लेकर गारे के पड़ोसी गांव खमरिया के ग्रामीणों के द्वारा भी दो बार चक्कर जाम किया जा चुका है। लेकिन उन्हें भी सड़क मरम्मत का लिखित आश्वासन देकर प्रदर्शन खत्म कर दिया गया, लेकिन समस्या का आज तक कोई हल नहीं निकल पाया है।

वाहनों का दबाव बढ़ने से सिशकने लगी है सड़क
तमनार क्षेत्र के अधिकतर माइंस हिंडालको, सारडा एनर्जी, अदानी,अंबुजा साहित अन्य कोल माइंस मिलुपारा के आसपास स्थित है। जहां कोयला खदान से कोयला निकाल कर भारी वाहनों से परिवहन किया जा रहा है।कोल माइंस विस्तारण की वजह से गाड़ियां भी बढ़ने लगी है, जिससे सड़क पर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है। भारी वाहन और ओवरलोड गाड़ियों के लगातार चलने से सड़क सिशकने लगी है।

गांव को तमनार से जोड़ने वाली प्रमुख सड़क
दैनिक रोजमर्रा की जिंदगी में आवश्यक वस्तुओं को लेने के लिए वनांचल क्षेत्र के लोगों को तमनार जाने की जरूरत पड़ती है। साथ ही साथ लैलूंगा क्षेत्र के रहवासी भी मिलुपरा तमनार की सड़क का उपयोग करते हैं। हजारों की संख्या में मिलुपारा, उरबा, पेलमा, हिंझर,कोडकेल,सेमिजोर,लालपुर के लोग उक्त सड़क से तमनार की ओर आते हैं। लेकिन वर्तमान समय में सड़क की स्थिति काफी दयनीय है। कीचड़ की वजह से सड़क में फिसल कर कई छोटी बड़ी दुर्घटनाएं रोज हो रही है। लेकिन प्रशासन और कंपनी के जिम्मेदार अधिकारी आंख मूंद लिए हैं, जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
क्या कहती है विधायक
क्षेत्र में कंपनियां विकास के नाम पर आती है। कंपनी बैठने से पहले शर्तें होती है कि वह क्षेत्र का विकास करेंगे। जिसके प्रलोभन में आकर ग्रामीण अपना जमीन दे देते हैं, और कंपनियां स्थापित होने के बाद विकास कार्य करना भूल जाती है। विकास के नाम पर तमनार क्षेत्र में अभी की स्थिति जगजाहिर है, सड़क की समस्या को लेकर आज से गारे के ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकाबंदी की शुरुआत की है। मैं हमेशा उनके समर्थन में रहूंगी, और जब तक सड़क चलने लायक नहीं बन जाती है,तब तक यह प्रदर्शन जारी रहेगा।
विद्यावती कुंजबिहारी सिदार, विधायक लैलूंगा