रायगढ़। रामपुर कचरा डंपिंग यार्ड में कचरे से पहाड़ बना हुआ था, जो वर्तमान में मैदान में तब्दील हो गया है। जल्द ही यहां गार्डन बनकर तैयार होगा। मेयर श्रीमती जानकी काटजू एमआईसी सदस्य ने निरीक्षण कर निर्देश दिए।
पिछले कई वर्षों से रामपुर कचरा डंपिंग यार्ड में कचरा डंपिंग हो रहा था, यहां 50 हजार क्यूबिक मीटर कचरा जमा हुआ था। एक तरह से यहां कचरे का पहाड़ दूर-दूर तक बना हुआ था, जिसे शासन के निर्देश पर बायो लीगेसी के तहत वैज्ञानिक तरीके से निष्पादन कराया गया। कमिश्नर संबित मिश्रा ने कार्य को प्रमुखता से लिया और वर्तमान में यहां एक समतल मैदान है। एक करोड़ 56 लाख की लागत से इकोइस्तान इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बायो लीगेसी का कार्य किया गया। पर्यावरण को स्वच्छ एवं सुंदर बनाए रखने के लिए यहां पौधरोपण और जल्द ही गार्डन निर्माण कार्य पूर्ण होगा।
बुधवार को मेयर श्रीमती जानकी काटजू ने रामपुर का निरीक्षण किया। इस दौरान कहीं-कहीं पर उबर खबर की स्थिति है, जिसे समतल करने निर्देश दिए गए। इसी तरह गार्डन निर्माण के लिए स्वीकृत 50 लाख रुपए से कार्य जल्द शुरू करने की बात कही गई। उन्होंने बताया कि वर्षों से रामपुर में कचरा का ढेर जमा हो रहा था, जो आब समतल मैदान है। वर्तमान में ट्रांसपोर्ट नगर में कचरा डंप किया जा रहा है, जिसे भी जल्द बायो लीगेसी के तहत कचरा निष्पादन कराया जाएगा।
स्वच्छता प्रभारी एमआईसी सदस्य संजय देवांगन ने कहा कि शहर सरकार की यह सराहनीय कार्य है। रामपुर में कचरा डंप होने से यहां के आसपास के लोगों को भी परेशानी होती थी, इसी तरह यहां से गुजरने वालों को भी अत्यधिक गंदगी का एहसास होता था। बायो लीगेसी के तहत वैज्ञानिक तरीके से कचरे का निष्पादन कराया गया। अब यहां समतल मैदान है, जहां जल्द ही गार्डन बनाया जाएगा। निरीक्षण के दौरान पार्षद श्रीमती रंजना कमल पटेल कांग्रेस नेता अमृत काटजू उपस्थित थे।
करीब 60 लाख रुपए की हुई बचत
रामपुर में बायो लीगेसी के तहत कचरा निष्पादन के लिए पूर्व में करीब 2 करोड़ 10 लाख रुपए स्वीकृत किए गए थे। इसी के तहत भी टेंडर निकाला गया था। इसमें इको इंफ्राईस्तान प्राइवेट लिमिटेड नोएडा द्वारा एक करोड़ 56 लाख रुपए में टेंडर लिया गया। इस तरह बायो लीगेसी कार्य में 60 लाख रुपए की बचत की गई, जिसे दूसरे विकास कार्यों में लगाया जाएगा।