Raigarh News: तमनार थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव बुडिया के आश्रित ग्राम बागबाड़ी में कल तमनार पुलिस द्वारा शराब रेड कार्रवाई की गई। 10 लीटर महुआ शराब मिलने पर बागबाड़ी निवासी जयराम प्रजा के विरुद्ध आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। शाम के वक्त जिला पुलिस द्वारा मामले की जानकारी डीएसआर ग्रुप में दी गई। लेकिन आरोपी की बेटी द्वारा तमनार के ही रहने वाले सुधीर निषाद और तमनार थाने में पदस्थ आरक्षक भीष्म देव सागर के द्वारा उनसे अभद्र व्यवहार और घर से नगद पैसा और गहनों की लूट करने की शिकायत कल दोपहर पुलिस अधीक्षक से की गई। पीड़िता के द्वारा थाने में पदस्थ कॉन्स्टेबल और सुधीर निषाद के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की गई है।
पीड़िता रुकमनी परजा द्वारा पुलिस अधीक्षक को दिए गए शिकायत की कॉपी में बताया गया है कि 21 अप्रैल को सुबह 7:30-8:00 बजे के करीब तमनार निवासी सुधीर निषाद और तमनार थाना के कांस्टेबल भिष्मदेव सागर उसके घर आए, जिस वक्त वह नहा रही थी। महिला ने आरोप लगाया है की नहा रहे है थोड़ी देर बाद आना करके मना करने के बावजूद भी सुधीर निषाद और आरक्षक भीष्म देव सागर जबरन घर में घुस गया। और बोलने लगे कि तुम लोग दारू बनाते हो और हम लोग पकड़ने आए हैं।महिला का आरोप है कि अंदर घुसने के बाद दोनों पेटी बक्सा की तलाशी करने लगे।

पीड़िता ने बताया है कि वह आदिवासी समाज से हैं।उनके पिता मजदूरी का काम करते हैं। थोड़ा बहुत महुआ शराब थकान दूर करने के लिए घर पर रखे रहते हैं। जिसको पुलिस कांस्टेबल भिष्म देव सागर और सुधीर निषाद द्वारा ले लिया गया। महिला का आरोप है कि उनके द्वारा जरकिन में पानी भी लाया गया था जिसे शराब में मिला दिए।
50000 रुपए मांगने का आरोप
महिला द्वारा पुलिस अधीक्षक से की गई शिकायत में बताया गया है कि उनसे 50000 की मांग की गई और नहीं देने पर जेल में अंदर कर देने की धमकी चमकी दी गई।
नगदी और जेवरात जबरन ले जाने का आरोप
पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताई है कि सुधीर निषाद तमनार थाना में धारा 420 का अपराधी है। जिसके द्वारा कमरे में रखे बक्सा में 100, 200 और 500 के नोट लगभग 20000 रुपए और नाक का सोने की फूली को जबरन पकड़कर ले गए साथ ही उसके पिता जय राम परजा को भी थाना ले जाया गया।
चोरी के मामले में जेल जा चुका है रूकमण
जानकारी के अनुसार शिकायत कर्ता के भाई रूकमण प्रजा पुर्व में दुकान से मोबाइल चोरी करने के आरोप जेल जा चुका है ।
अबकारी क्यों नहीं करती शराब पर कार्रवाई
शराब पर नकेल कसने का काम आबकारी विभाग का है, इसके लिए सरकार ने विशेष विभाग बनाया है लेकिन आबकारी विभाग शराब बनाने वालों और इसकी तस्करी करने वाले पर आखिरकार कार्रवाई क्यों नहीं करती, क्यों लगातार पुलिस ही कार्रवाई करते रहती है।
अब क्या पुलिस करेगी गांव में कार्रवाई
आबकारी विभाग की उदासीनता के कारण गांव में अवैध शराब के मामले बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन अक्सर देखा जाता है कि लोग पुलिस पर और पुलिस की कार्यशैली पर ही उंगली उठाते है।जिस प्रकार से परिजन पुलिस के कार्यशैली पर शिकायत कर रहे हैं, अब देखने वाली बात होगी की तमनार पुलिस फिर उस गांव में पहुंच कर कार्रवाई करती है या नहीं ।
