Raigarh News: प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती। कोई भी बाधा प्रतिभा को आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती हैं। जरूरत है प्रतिभाओं को मौका देने की। ऐसा ही एक प्रतिभावान खिलाड़ी ने रायगढ़ नगरी का नाम रोशन करते हुए वुशु प्रतियोगिता में 2 बार गोल्ड मेडल हासिल किया है। रायगढ़ शहर का नाम बुलंदियों में ले जाते हुए वुशु नेशनल गेम्स में राजीव नगर निवासी शिवम मिश्रा ने गोवा और जयपुर में गोल्ड मेडल का खिताब अपने नाम किया है। मध्यम वर्गीय परिवार में रहने वाले शिवम मिश्रा की कड़ी मेहनत अब रंग लाने लगी है। प्रतिदिन 4 घंटे की प्रैक्टिस और मन में घर और देश के प्रति कुछ कर गुजरने का जज्बा अब शिवम मिश्रा को इस मुकाम पर पहुंचा दिया है। साल में दो बार गोल्ड मेडल अपने नाम करने वाले शिवम मिश्रा को शहर वासियों के द्वारा बधाई दी जा रही है।

मध्यम वर्गीय परिवार का इस खेल से पहले नहीं था कोई नाता
कठोर परिश्रम या कड़ी मेहनत मनुष्य का असली धन होता है। बिना कठिन परिश्रम के सफलता पाना असंभव है। इस दुनिया में जो व्यक्ति कठिन परिश्रम करता है, सफलता उसी का कदम चूमती है। कड़ी मेहनत करने वाले लोग मिट्टी को भी सोना बना देते हैं। कुछ कर गुजरने का जब व्यक्ति ठान ले, तो बड़ी से बड़ी कठिनाई भी बौनी साबित हो जाती है। शिवम मिश्रा एक मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं, पिता कैटरिंग का काम करते हैं तो शिवम की मां गृहिणी हैं। जिनको इस खेल के बारे में कोई अधिक जानकारी नहीं है, लेकिन शिवम मिश्रा का इस खेल के प्रति लगाव काफी अधिक है। शुरुआत में शिवम मिश्रा को वुशु खेल के क्षेत्र में जाने से घर वालों ने मना किया। लेकिन जब सफलता कदम चूमती गई तो घरवालों ने भी अब शिवम का सपोर्ट करना शुरू कर दिया है।

शिवम मिश्रा ने परिवार और कोच को दिया जीत का श्रेय
शिवम मिश्रा शहर के भगवानपुर क्षेत्र में अपने 20-25 दोस्तों के साथ वुशु गेम की प्रैक्टिस करता है। जहां उनको उनके स्पोर्ट्स कोच रिकेश नम्बियर का फुल सपोर्ट मिलता है। छोटी से बड़ी तकनीक उनके कोच ही शिवम को सिखाते हैं। गोल्ड मेडल जीतने के बाद शिवम ने अपने कोच और परिवार को जीत का श्रेय दिया है।