Raigarh News: पूंजीपथरा थाना क्षेत्र अंतर्गत छोटे पुरुड़ीपा जंगल में पेड़ के नीचे एक नर कंकाल मिला है। पेंड के डंगाल पर लटकी हुई रस्सी भी मिली है। पुलिस ने नर कंकाल के आसपास मिले कपड़ों के जरिए नर कंकाल की पहचान कर ली है। पूंजीपथरा पुलिस ने नर कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए आगे की जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार, आज सुबह ग्रामीण जंगल की ओर गए थे। तभी उन्हें पेड़ से झूलती रस्सी के नीचे एक नर कंकाल नजर आई। इसके बाद ग्रामीणों ने मामले की जानकारी थाना पूंजीपथरा को दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और तस्दीक शुरू की। तस्दीक में पुलिस को पता चला कि नर कंकाल पूंजीपथरा निवासी भगत राम धनवार पिता चमार सिंह धनवार उम्र 55 साल का है।

बेटे ने देखा पिता का पेड़ पर लटका जैकेट
मृतक का बेटा राजकुमार धनवार अपने चाचा के बेटे और गांव का एक मांझी लड़का के साथ लकड़ी लेने जंगल की ओर गए थे। सभी सुखी लकड़ी की तलाश कर रहे थे, तभी एक पेड़ पर काले रंग का जैकेट लटका हुआ मिला। तब राजकुमार को वह जैकेट अपने पिता की होने का आशंका हुई, वही जैकेट के नीचे एक पानी की बोतल मिली। जिसे उसका पिता घर से लेकर निकला था। कुछ दूरी पर पेड़ के नीचे चप्पल पड़ा हुआ था, जिसे मृतक के बेटे राजकुमार ने पहचान लिया कि यह उसके पिताजी का ही चप्पल है। कुछ दूर और जाने के बाद उन्हें किसी चीज के सड़ने की बदबू आने लगी। तभी और आगे जाकर देखे तो पेड़ के टहनी में रस्सी का टुकड़ा लड़का हुआ था और नीचे हड्डियों का ढांचा पड़ा था। कंकाल के आसपास मृतक के कपड़े फटे हुए पड़े थे। कपड़ों को देखकर राजकुमार ने पुलिस को बताया कि यह कपड़े उसके पिताजी के हैं।

मौके पर मिला चिलम और गांजे की पुड़िया
पुलिस ने घटनास्थल के आसपास से गांजा पीने का चिलम और गांजे की एक पुड़िया बरामद की है। मृतक द्वारा नशे की हालत में फांसी लगाकर आत्महत्या करने की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
1 फरवरी को निकाला था घर से
मिली जानकारी के अनुसार मृतक गेरवानी के किसी प्लांट में रहकर काम करता था। जो हर 15 दिनों में मजदूरी मिलने के बाद पैसा लेकर घर आता था। मृतक 1 फरवरी को काम पर जाने की बात बोलकर घर से निकला था। जो 15 दिन बीत जाने के बाद घर नहीं आया तो परिजनों ने उसके साथियों को फोन पर संपर्क कर जानकारी ली, तो उनके साथियों ने बताया कि वह प्लांट में नहीं आया है। इसके बाद परिजनों ने अपने रिश्तेदारों को फोन पर संपर्क कर पतासाजी की तो भी कुछ पता नहीं चला।