Raigarh News : औद्योगिक विकास के नाम पर विनाश की मार झेल रहे रायगढ़ वासियों के लिए प्रदूषण से नाता खत्म होता नहीं दिख रहा है। एक ओर जिले वासियों के द्वारा औद्योगिक विस्तार का विरोध किया जा रहा है, तो वहीं दूसरी ओर प्रशासन औद्योगिक विस्तार के लिए जनसुनवाईयां करवा रही है। कंपनी अपने मुनाफे के लिए लगातार विस्तारण की नीति अपना रही है, तो दूसरी ओर क्षेत्रीय लोग प्रदूषण,दुर्घटना व अन्य कई समस्याओं से जूझते जा रहे हैं।
जिले के पूंजीपथरा और तमनार क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर इस कदर बढ़ चुका है कि क्षेत्र का वातावरण सांस लेने लायक नहीं रह गया है। लेकिन औद्योगिक विकास के नाम पर लगातार कंपनियां विस्तृत हो रही है। जिससे व्यापक स्तर पर लगातार पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता चला जा रहा है। देखा जाए तो अब जिले में प्रदूषण का स्तर कम होने वाला नहीं है, क्योंकि जिले के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार औद्योगिक विस्तार हो रहा है। आगामी कुछ दिनों में चार उद्योगों के विस्तार और नई प्लांट की स्थापना के लिए जनसुनवाई भी होने वाली है।
27 और 28 जून को क्षमता विस्तार के लिए फिर जनसुनवाई
रायगढ़ इस्पात एंड पॉवर प्राइवेट लिमिटेड देलारी सरईपाली स्थित प्लांट के स्टील प्लांट एंड स्पंज आयरन 120000 tpa से 417000 tpa, इंगोट्स हॉट बिलेट्स 90000 से बढ़कर 238500 tpa, टीएमटी बार 90000 tpa से बढ़कर 255000 tpa, स्ट्रिप मिल, पाइप मिल whrb पावर 8 mw से बढ़कर 28 mw, fbc power 4 mw से 14 mw, फेरो एलॉयज सहित अन्य कई उत्पादों की शुरुवात और क्षमता बढ़ाने के लिए 27 जून को ग्राम शिवपुरी में पर्यावरणीय मंजूरी के लिए जन सुनवाई होनी है।
रायगढ़ इस्पात एंड पॉवर प्राइवेट लिमिटेड सराइपाली स्थित प्लांट के क्षमता विस्तार और नए की स्थापना के लिए 28 जून को शिवपुरी में यानी इनके पहले प्लांट देलारी स्थित की जनसुनवाई के दूसरे दिन पहले प्लांट के करीब ही स्थित प्लांट की जन सुनवाई होगी। इस फैक्ट्री में डीआरआई किलन 693000 tpa, इंडक्शन फर्नेस एंड सीसीएम 297000 tpm, रोलिंग मिल 330000 tpa, फेरो एलॉय यूनिट, WHRB बेस्ड पॉवर प्लांट 48mw, सीएफबीसी बेस्ड पॉवर प्लांट 16mw के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए जनसुनवाई नियत की गई है।
क्षमता विस्तार से बढ़ेगा प्रदूषण
प्रभावित ग्रामीणों ने बताया कि वे पहले से ही प्रदूषण की मार झेल रहे हैं। रायगढ़ इस्पात कंपनी का विस्तार होने से क्षेत्र में प्रदूषण की मात्रा और बढ़ जाएगी। लोगों का कहना है कि वह क्षेत्र में और कंपनी या कंपनी का विस्तार कदापि नहीं चाहते हैं। लेकिन उनकी बातों को शासन प्रशासन नहीं समझ रहे हैं।


क्षेत्र में पहले से स्थापित है कई उद्योग
पूंजीपथरा, गेरवानी, सरायपाली क्षेत्र में कई छोटी-बड़ी कंपनियां स्थापित है। जिससे प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। लोग सांस और त्वचा संबंधित कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित होते जा रहे हैं। प्रदूषण की मार झेल रहे लोगों के द्वारा प्रदूषण से राहत दिलाने के लिए कई बार गुहार भी लगाई गई है। क्षेत्र में कंपनी विस्तार को लेकर कई बार विरोध भी जताया गया है, लेकिन उनकी बातों को अनसुना कर लगातार कंपनियां स्थापित की जा रही है। और पहले से स्थापित उद्योगों का विस्तारण भी किया जा रहा है।जिससे क्षेत्रीय लोगों में शासन- प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है।
रायगढ़ जिले में जिस कदर औद्योगिकरण हुआ है। जो पुराने उद्योग स्थापित हैं, जिनसे इस कदर प्रदूषण की मात्रा बढ़ी हुई है। जिसे देखते हुए और नए उद्योग की स्थापना और विस्तार की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
राजेश त्रिपाठी, जनचेतना मंच