Tamnar News: औद्योगिक विकास के नाम पर तमनार क्षेत्र के लोगों को जर्जर सड़क की सौगात मिल रही है। कोयले की ट्रांसपोर्टिंग बढ़ने से क्षेत्र की सड़क लगातार टूटती जा रही है। हूंकराडिपा चौक से लेकर मिलुपारा तक की सड़क बेहद खराब हो चुकी है। जर्जर सड़क और घुटने भर के कीचड़ होने से लोगों का सड़क पर चल पाना दुश्वार हो गया है। कुछ दिनों पहले गारे की महिलाओं के द्वारा चक्का जाम किए जाने के बाद आज खम्हरिया के ग्रामीणों ने भी मोर्चा खोल दिया है। एसडीम को चक्का जाम की जानकारी देने के बाद आज सुबह 8 बजे से खम्हरिया साप्ताहिक बाजार के पास ग्रामीणों ने सड़क जाम कर धरने पर बैठ गए हैं।

उचित पहल नहीं होने तक जारी रहेगा चक्का जाम
जर्जर सड़क की द्वंस झेल रहे प्रभावित ग्रामीणों का आरोप है कि उनके द्वारा कई बार सड़क मरम्मत की मांग क्षेत्र की कंपनी के जिम्मेदार अधिकारियों से की गई है, लेकिन आज तक सड़क निर्माण और मरम्मत का कार्य नहीं हो पाया है। जिससे मजबूरन उन्हें चक्का जाम करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक सड़क मरम्मत को लेकर कोई उचित पहल नहीं होता है, तब तक वह सड़क जाम कर प्रदर्शन करते रहेंगे।

गांव को तमनार से जोड़ने वाली प्रमुख सड़क
दैनिक रोजमर्रा की जिंदगी में आवश्यक वस्तुओं को लेने के लिए वनांचल क्षेत्र के लोगों को तमनार जाने की जरूरत पड़ती है। साथ ही साथ लैलूंगा क्षेत्र के रहवासी भी मिलुपरा तमनार की सड़क का उपयोग करते हैं। हजारों की संख्या में मिलुपारा, उरबा, पेलमा, हिंझर,कोडकेल,सेमिजोर,लालपुर के लोग उक्त सड़क से तमनार की ओर आते हैं। लेकिन वर्तमान समय में सड़क की स्थिति काफी दयनीय है। कीचड़ की वजह से सड़क में फिसल कर कई छोटी बड़ी दुर्घटनाएं रोज हो रही है। लेकिन प्रशासन और कंपनी के जिम्मेदार अधिकारी आंख मूंद लिए हैं, जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

वाहनों का दबाव बढ़ने से सिशकने लगी है सड़क
तमनार क्षेत्र के अधिकतर माइंस हिंडालको, सारडा एनर्जी, अदानी,अंबुजा साहित अन्य कोल माइंस मिलुपारा के आसपास स्थित है। जहां कोयला खदान से कोयला निकाल कर भारी वाहनों से परिवहन किया जा रहा है।कोल माइंस विस्तारण की वजह से गाड़ियां भी बढ़ने लगी है, जिससे सड़क पर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है। भारी वाहन और ओवरलोड गाड़ियों के लगातार चलने से सड़क सिशकने लगी है।
