रायगढ़। बढ़ते बिजली बिल और महंगाई को लेकर आम जनता के असंतोष ने अब आंदोलन का रूप ले लिया है। सोमवार को लैलूँगा विधानसभा में युवा कांग्रेस के नेतृत्व में “बिजली बिल जलाओ आंदोलन” किया गया। इस आंदोलन की अगुवाई विधानसभा अध्यक्ष (युवा कांग्रेस) रूपेश पटेल ने की।
कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में युवा कांग्रेस कार्यकर्ता, स्थानीय लोग और समर्थक एकत्रित हुए। सभी ने हाथों में बिजली बिल लेकर नारेबाजी की और बढ़ी हुई दरों के खिलाफ विरोध जताया। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने अपने बिजली बिलों को आग के हवाले कर सरकार की नीतियों पर कड़ा रोष प्रकट किया।
जनता पर पड़ रहा भारी बोझ
युवा कांग्रेस अध्यक्ष रूपेश पटेल ने कहा कि बिजली बिलों में हो रही लगातार बढ़ोतरी से आम आदमी का जीवन कठिन होता जा रहा है। गांव और कस्बों के लोग पहले ही रोज़मर्रा की महंगाई से परेशान हैं, ऐसे में बिजली बिलों का अतिरिक्त बोझ उनके लिए असहनीय है। “गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को दो वक्त की रोटी जुटाना मुश्किल हो रहा है, ऊपर से बिजली विभाग की लापरवाही और सरकार की गलत नीतियों ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है,” पटेल ने कहा।
आंदोलन होगा और तेज
उन्होंने साफ चेतावनी दी कि यदि सरकार ने जल्द ही बिजली दरों में राहत देने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए, तो यह आंदोलन और तेज किया जाएगा।
बड़ी संख्या में युवाओं की भागीदारी
इस आंदोलन में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ-साथ स्थानीय नागरिक भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। आंदोलनकारियों ने कहा कि वे किसी भी कीमत पर बिजली बिलों में की जा रही मनमानी को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
आम लोगों की पीड़ा
स्थानीय लोगों का कहना है कि महंगाई के इस दौर में बिजली बिल कई गुना बढ़ जाने से उनका घरेलू बजट बिगड़ गया है। “जहां पहले सौ-दो सौ रुपये का बिल आता था, आज वह पाँच-सात सौ रुपये तक पहुंच गया है। आम किसान और मजदूर परिवार इतने भारी बिल का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं।










